top of page

आज का वचन

Today's God Word | आज का पवित्र वचन बाइबिल से | 18th June 2024

Today's God Word | आज का पवित्र वचन बाइबिल से | 18th June 2024
यशायाह 59:21
यशायाह 59:21

और यहोवा यह कहता है, जो वाचा मैं ने उन से बान्धी है वह यह है, कि मेरा आत्मा तुझ पर ठहरा है, और अपने वचन जो मैं ने तेरे मुंह में डाले हैं अब से ले कर सर्वदा तक वे मेरे मुंह से, और, तेरे पुत्रों और पोतों के मुंह से भी कभी न हटेंगे॥

यशायाह 59:21


This is my covenant with them, saith the Lord: My spirit that is in thee, and my words that I have put in thy mouth, shall not depart out of thy mouth, nor out of the mouth of thy seed, nor out of the mouth of thy seed's seed, saith the Lord, from henceforth and for ever.

Isaiah 59:21


Recent Posts

See All

Comments


Christian Community Ads

About

Vision of christ

At Vision of Christ, we believe in the transformative power of faith and community. Our website serves as a hub for individuals seeking to deepen their connection to Christianity, engage with like-minded believers, and find meaningful resources to enrich their spiritual journey.

#Visionofchrist

Posts Archive

Keep Your Friends
Close & My Posts Closer.

Thanks for submitting!

प्रेम की शक्ति: बाइबल के संदेश
04:59

प्रेम की शक्ति: बाइबल के संदेश

पर अब विश्वास, आशा, प्रेम ये तीनों स्थाई हैं, पर इन में सब से बड़ा प्रेम है। १ कुरिन्थियों १३:१३ उस ने उस से कहा, तू परमेश्वर अपने प्रभु से अपने सारे मन और अपने सारे प्राण और अपनी सारी बुद्धि के साथ प्रेम रख। बड़ी और मुख्य आज्ञा तो यही है। और उसी के समान यह दूसरी भी है, कि तू अपने पड़ोसी से अपने समान प्रेम रख। ये ही दो आज्ञाएं सारी व्यवस्था और भविष्यद्वक्ताओं का आधार है। मत्ती २२:३७-४० क्‍योंकि परमेश्वर ने जगत से ऐसा प्रेम रखा कि उस ने अपना एकलौता पुत्र दे दिया, ताकि जो कोई उस पर विश्वास करे, वह नाश न हो, परन्‍तु अनन्‍त जीवन पाए। युहन्ना ३:१६ और सब में श्रेष्ठ बात यह है कि एक दूसरे से अधिक प्रेम रखो; क्‍योंकि प्रेम अनेक पापों को ढ़ाप देता है। १ पतरस ४:८ हम ने प्रेम इसी से जाना, कि उस ने हमारे लिये अपने प्राण दे दिए; और हमें भी भाइयों के लिये प्राण देना चाहिए। पर जिस किसी के पास संसार की संपत्ति हो और वह अपने भाई को कंगाल देखकर उस पर तरस न खाना चाहे, तो उस में परमेश्वर का प्रेम क्‍योंकर बना रह सकता है। हे बालको, हम वचन और जीभ ही से नहीं, पर काम और सत्य के द्वारा भी प्रेम करें। १ युहन्ना ३:१६-१८ हे प्रियों, हम आपस में प्रेम रखें, क्‍योंकि प्रेम परमेश्वर से है; और जो कोई प्रेम करता है, वह परमेश्वर से जन्मा है और परमेश्वर को जानता है। जो प्रेम नहीं रखता, वह परमेश्वर को नहीं जानता है, क्‍योंकि परमेश्वर प्रेम है। १ युहन्ना ४:७-८ क्‍योंकि सारी व्यवस्था इस एक ही बात में पूरी हो जाती है, कि तू अपने पड़ोसी से अपने समान प्रेम रख। गलतियों ५:१४ यदि तुम मुझ से प्रेम रखते हो, तो मेरी आज्ञाओं को मानोगे। युहन्ना १४:१५ मैं तुम से सच कहता हूं, कि तुम ने जो मेरे इन छोटे से छोटे भाइयों में से किसी एक के साथ किया, वह मेरे ही साथ किया। मत्ती २५:४ इस कारण जो कुछ तुम चाहते हो, कि मनुष्य तुम्हारे साथ करें, तुम भी उन के साथ वैसा ही करो; क्‍योंकि व्यवस्था और भविष्यद्वक्तओं की शिक्षा यही है। मत्ती ७:११ और यदि किसी को किसी पर दोष देने को कोई कारण हो, तो एक दूसरे की सह लो, और एक दूसरे के अपराध क्षमा करो, जैसे प्रभु ने तुम्हारे अपराध क्षमा किए, वैसे ही तुम भी करो। और इन सब के ऊपर प्रेम को जो सिद्धता का कटिबन्‍ध है बान्‍ध लो। कुलुस्सियों ३:१४, १५ जो कुछ करते हो प्रेम से करो। १ कुरिन्थियों १६:१४ इस से बड़ा प्रेम किसी का नहीं, कि कोई अपके मित्रों के लिये अपना प्राण दे। युहन्ना १५:१३ हम इसलिये प्रेम करते हैं, कि पहिले उस ने हम से प्रेम किया। १ युहन्ना ४:१९ क्‍योंकि मैं निश्‍चय जानता हूं, कि न मृत्यु, न जीवन, न स्‍वर्गदूत, न प्रधानताएं, न वर्तमान, न भविष्य, न सामर्थ, न ऊंचाई, न गहिराई और न कोई और सृष्‍टि, हमें परमेश्वर के प्रेम से, जो हमारे प्रभु मसीह यीशु में है, अलग कर सकेगी। रोमियों ८:३८, ३९ मैं तुम्हें एक नई आज्ञा देता हूं, कि एक दूसरे से प्रेम रखो: जैसा मैं ने तुम से प्रेम रखा है, वैसा ही तुम भी एक दुसरे से प्रेम रखो। युहन्ना १३:३४ जिस के पास मेरी आज्ञा है, और वह उन्‍हें मानता है, वही मुझ से प्रेम रखता है, और जो मुझ से प्रेम रखता है, उस से मेरा पिता प्रेम रखेगा, और मैं उस से प्रेम रखूंगा, और अपने आप को उस पर प्रगट करूंगा। उस यहूदा ने जो इस्‍किरयोती न था, उस से कहा, हे प्रभु, क्‍या हुआ की तू अपने आप को हम पर प्रगट किया चाहता है, और संसार पर नहीं। यीशु ने उस को उत्तर दिया, यदि कोई मुझ से प्रेम रख